Animal Story in Hindi +PDF Download चार दोस्त और रहस्यमयी जंगल

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इस में चार जानवर – रोहन (खरगोश), समीर (हिरण), मोहन (कछुआ) और अर्जुन (कौआ) – मिलकर न सिर्फ एक-दूसरे की मदद करते हैं, बल्कि चालाक शिकारी से भी अपने जंगल की रक्षा करते हैं। नीचे दिए गए Animal Story in Hindi के चित्र कहानी के मुख्य दृश्यों को दर्शाते हैं, जिन्हें बच्चों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है। ये चित्र कहानी को और भी रोचक और जीवंत बनाते हैं।

Animal Story in HindiDetails
शीर्षकजंगल के चार दोस्त और रहस्यमयी जंगल
भाग1
लेखकरुस्तम के राय (Rustam K Rai)
भाषासरल हिंदी
पात्ररोहन (खरगोश), समीर (हिरण), मोहन (कछुआ), अर्जुन (कौआ)
लंबाई800-900 शब्द
पढ़ने वाले की उम्र6+ वर्ष के बच्चों के लिए उपयुक्त
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जंगल के चार दोस्त और उनकी दोस्ती

बहुत समय पहले की बात है। एक घना जंगल था, जहाँ कई तरह के जानवर रहते थे – शेर, हाथी, हिरण, खरगोश, कछुआ, लोमड़ी और बहुत सारे पक्षी। सभी जानवर अपनी-अपनी जिंदगी में मस्त थे। कुछ एक-दूसरे से मिलते-जुलते थे, लेकिन ज़्यादातर अकेले ही रहते थे।

चार दोस्तों की पहली मुलाक़ात -Animal Story in Hindi

Animal Story in Hindi

एक दिन जंगल के एक कोने में चार जानवर – खरगोश, हिरण, कछुआ और कौआ – इत्तेफ़ाक़ से मिले। चारों पानी की तलाश में निकले थे और एक ही झरने पर पहुँच गए। थोड़ी ही देर में वे बातें करने लगे।

खरगोश बोला, “मुझे दौड़ना बहुत पसंद है। कोई मुझे पकड़ नहीं सकता।”

हिरण मुस्कुराया, “अरे! दौड़ तो मैं भी बहुत तेज़ लगाता हूँ। पर मुझे इंसानों से डर लगता है।”

कछुआ धीरे-धीरे बोला, “मैं तो बहुत धीरे चलता हूँ, लेकिन धैर्य मेरा सबसे बड़ा हथियार है।”

कौआ चहकते हुए बोला, “और मैं उड़ सकता हूँ! मुझे आकाश से सब कुछ दिखता है।”

चारों को एक-दूसरे की बातें सुनकर बहुत अच्छा लगा और उन्होंने तय किया कि अब वे अच्छे दोस्त बनेंगे और हमेशा एक-दूसरे की मदद करेंगे।

समझदारी की परीक्षा -Animal Story in Hindi

कुछ दिनों बाद, हिरण जंगल में घूम रहा था कि अचानक एक शिकारी का जाल उसके पैरों में फँस गया। हिरण बहुत डर गया और ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगा। पर वह अकेला था।

उसी समय कौआ उड़ता हुआ ऊपर से जा रहा था। उसने देखा कि उसका दोस्त फँसा हुआ है। वह तुरंत नीचे उतरा और बोला, “डर मत हिरण! मैं बाकी दोस्तों को बुलाकर लाता हूँ।”

कौआ सबसे पहले खरगोश के पास गया। खरगोश ने कहा, “मैं तो बहुत तेज़ दौड़ सकता हूँ, पर जाल कैसे काटेंगे?”

कौआ बोला, “इसका हल कछुआ निकाल सकता है। उसकी मज़बूत दाँतें हैं।”

तीनों दोस्त तुरंत कछुए के पास पहुँचे और उसे लेकर हिरण के पास पहुँचे। कछुआ धीरे-धीरे चला, लेकिन जैसे ही वह पहुँचा, उसने अपने दाँतों से जाल काटना शुरू कर दिया।

कुछ ही देर में हिरण आज़ाद हो गया।

हिरण बहुत खुश हुआ और सब दोस्तों को गले लगाया। उसने कहा, “अगर तुम सब समय पर न आते, तो मैं कभी बच नहीं पाता।”

शिकारी की चालाकी -Animal Story in Hindi

Animal Story in Hindi

पर कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। शिकारी कुछ दूरी पर छिपकर सब देख रहा था। वह सोचने लगा – “इन जानवरों की दोस्ती बहुत मज़बूत है। अगर मैं एक को पकड़ लूं, तो बाकी खुद ही फँस जाएँगे।”

अगले दिन शिकारी ने एक छोटे से तालाब के पास एक और जाल बिछाया और उसमें थोड़े से फल रख दिए। कछुआ जब वहाँ पहुँचा, तो उसे फल देखकर लालच आ गया। वह फल खाने के लिए गया और जाल में फँस गया।

अब कछुआ बहुत डर गया। वह तो दौड़ भी नहीं सकता था, न चिल्ला सकता था। लेकिन उसका सौभाग्य था कि उसी समय कौआ वहाँ से उड़कर जा रहा था। उसने तुरंत कछुए को देखा और बाकी दोस्तों को बुला लाया।

खरगोश और हिरण ने मिलकर योजना बनाई। उन्होंने पास की झाड़ियों में से बहुत सारे पत्ते और टहनियाँ लाकर जाल को ढक दिया, ताकि शिकारी को जाल दिखाई न दे।

कौआ उड़कर शिकारी के पास गया और उसके सिर के ऊपर मंडराने लगा, जैसे कि वहां कुछ बहुत दिलचस्प हो।

शिकारी कौए के पीछे-पीछे चल पड़ा और जैसे ही वह पास पहुँचा, पत्तों और टहनियों के कारण उसे जाल नहीं दिखा – और वह खुद ही उसमें फँस गया!

बुद्धिमानी की जीत -Animal Story in Hindi

Animal Story in Hindi

शिकारी के फँसते ही सारे जानवर बाहर आए। अब शिकारी डर गया और बोला, “मुझे छोड़ दो। मैं वादा करता हूँ कि अब कभी किसी जानवर को नहीं पकड़ूंगा।”

हिरण बोला, “हम तुम्हें छोड़ देंगे, लेकिन शर्त यह है कि तुम यह जंगल हमेशा के लिए छोड़ दो।”

शिकारी ने सहमति में सिर हिलाया। जानवरों ने मिलकर उसका जाल हटाया और शिकारी भाग गया।

जंगल में ख़ुशी -Animal Story in Hindi

उस दिन के बाद जंगल में फिर से शांति लौट आई। चारों दोस्त बहुत खुश थे। उन्होंने महसूस किया कि अगर वे एक-दूसरे की मदद करें और मिलकर सोचें, तो कोई भी मुश्किल बड़ी नहीं होती।

उनकी दोस्ती और गहरी हो गई। अब वे रोज़ मिलते, बातें करते और मिलकर भोजन ढूँढ़ते।

धीरे-धीरे दूसरे जानवर भी उनकी टीम में शामिल होने लगे। शेर, हाथी, लोमड़ी, बंदर, सबने उनसे दोस्ती कर ली और पूरा जंगल एक बड़ा परिवार बन गया।

कहानी से सीख:

  1. दोस्ती में शक्ति होती है।
  2. समझदारी और टीमवर्क से बड़ी से बड़ी समस्या हल हो सकती है।
  3. दूसरों की मदद करने से हम भी मुश्किल समय में मदद पा सकते हैं।
  4. लालच कभी नहीं करना चाहिए।

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